Read this also: गोरखपुर के चिलुआताल क्षेत्र के बेला गांव की रहने वाली शाहजहां की शादी साल 1990 में निसार अहमद के साथ हुइ थी। निसार मुंबई रहकर कमाते थे। शाहजहां के घरवालों ने कमाउ दामाद पाकर खुश थे कि उनकी बेटी को कोई परेशानी नहीं होगी।
शाहजहां भी भविष्य के सपने लिए अपने ससुराल आई। पति मुंबई से साल-छह महीना पर आता जाता रहता। इस बीच दोनों से तीन बेटियां और एक बेटा हुआ। शादी के बाद सबकुछ ठीक चल रहा था लेकिन इसी बीच उसे पता चला कि पति का मुंबई में भी किसी महिला से संबंध है। शाहजहां परेशान रहती लेकिन कुछ कर नहीं पाती। हालांकि, उसके पति शादी के दस साल तक कभी कभार आते जाते रहते। लेकिन धीरे-धीरे वह घर आना जाना बंद कर दिए। शाहजहां बताती है कि शादी के कुछ साल मुंबई में ही महिला से संबंध होने के बाद वह आना जाना धीरे धीरे बंद कर दिए।
वह बताती है कि काफी साल बाद वह बीते सितंबर में घर आए। इस दौरान वह यहां की पैतृक संपत्ति को एक व्यक्ति से बैनामा कर दिया। जब उसे पता चला कि घर अब दूसरे ने खरीद लिया है तो परिवार व बच्चों के बेघर होने की स्थिति में उसने पति को यह करने से रोकना चाहा तो उसने उसे तीन तलाक दे दिया।
पीड़िता बताती है कि पति के तलाक देने के बाद वह प्रार्थना पत्र लेकर थाने पहुंची तो पुलिस ने उसकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया। थाने के चक्कर लगाकर वह एसएसपी के दफ्तर पहुंची। वहां उसकी फरियाद को एसएसपी ने सुनी। तत्काल एफआईआर का आदेश दिया। एसएसपी के आदेश पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
शाहजहां भी भविष्य के सपने लिए अपने ससुराल आई। पति मुंबई से साल-छह महीना पर आता जाता रहता। इस बीच दोनों से तीन बेटियां और एक बेटा हुआ। शादी के बाद सबकुछ ठीक चल रहा था लेकिन इसी बीच उसे पता चला कि पति का मुंबई में भी किसी महिला से संबंध है। शाहजहां परेशान रहती लेकिन कुछ कर नहीं पाती। हालांकि, उसके पति शादी के दस साल तक कभी कभार आते जाते रहते। लेकिन धीरे-धीरे वह घर आना जाना बंद कर दिए। शाहजहां बताती है कि शादी के कुछ साल मुंबई में ही महिला से संबंध होने के बाद वह आना जाना धीरे धीरे बंद कर दिए।
वह बताती है कि काफी साल बाद वह बीते सितंबर में घर आए। इस दौरान वह यहां की पैतृक संपत्ति को एक व्यक्ति से बैनामा कर दिया। जब उसे पता चला कि घर अब दूसरे ने खरीद लिया है तो परिवार व बच्चों के बेघर होने की स्थिति में उसने पति को यह करने से रोकना चाहा तो उसने उसे तीन तलाक दे दिया।
पीड़िता बताती है कि पति के तलाक देने के बाद वह प्रार्थना पत्र लेकर थाने पहुंची तो पुलिस ने उसकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया। थाने के चक्कर लगाकर वह एसएसपी के दफ्तर पहुंची। वहां उसकी फरियाद को एसएसपी ने सुनी। तत्काल एफआईआर का आदेश दिया। एसएसपी के आदेश पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
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